विजयपुरा, 25 जनवरी 2025 : उद्योग और शिक्षा जगत के बीच की खाई को पाटने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने बीएलडी ईए के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. पीजी हलकट्टी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के साथ एक समझौता किया हैं। इसके तहत कैंपस में एक उत्कृष्ट केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंट) स्थापित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को इंजन, पावरट्रेन और उनकी कार्यक्षमताओं में व्यावहारिक ज्ञान और तकनीकी विशेषज्ञता से युक्त करना है। शिक्षा को वास्तविक दुनिया की उद्योग मांगों के साथ जोड़कर, टीकेएम का लक्ष्य नवाचार को बढ़ावा देना, कौशल विकास को बढ़ावा देना और ऑटोमोटिव क्षेत्र की उभरती जरूरतों को पूरा करने में सक्षम भविष्य के लिए कार्यबल तैयार करना है।
उद्घाटन समारोह में कर्नाटक के उद्योग मंत्री माननीय डॉ. एमबी पाटिल, बीएलडीईए के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. पीजी हलकट्टी, कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल डॉ . वीजी संगम, मुख्य संचार अधिकारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और राज्य मामलों के प्रमुख श्री सुदीप एस दलवी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
टोयोटा की ग्लोबल फिलासफी ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्टता के वैश्विक दर्शन) से प्रेरित होकर, सीओई को इस तरह डिजाइन किया गया है कि छात्रों को ऑटोमोटिव तकनीक में गहन, व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा सके। सीओई में टोयोटा इंजन, ट्रांसमिशन और पावरट्रेन घटकों के कट-सेक्शन मॉडल के साथ-साथ डू-इट-योरसेल्फ सेटअप भी होंगे। इससे छात्र इन प्रणालियों को असेंबल और डिसअसेम्बल कर सकेंगे। इस तरह, ऑटोमोटिव तंत्र (मेकैनिज्म) के बारे में गहन ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। शैक्षणिक अनुसंधान और व्यावहारिक शिक्षा को और बढ़ाने के लिए, टीकेएम इस सुविधा को उन्नत इंजन, ट्रांसमिशन और पावरट्रेन कट सेक्शन से सुसज्जित करेगा।
इसके अलावा, टीकेएम शिक्षकों और छात्रों – दोनों के लिए व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा, जो उन्हें ऑटोमोटिव तकनीक में नवीनतम ज्ञान और कौशल से लैस करेगा। उत्कृष्ट केंद्र ( सीओई ) में उद्योग-अग्रणी कौशल शिक्षा प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ प्रशिक्षकों, अत्याधुनिक सुविधाओं और उन्नत उपकरणों द्वारा समर्थित एक सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया पाठ्यक्रम होगा। सीखने को और बढ़ाने के लिए, जटिल अवधारणाओं की स्पष्टता और गहन समझ सुनिश्चित करने के लिए व्यापक मैनुअल प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, यह पहल संकाय क्षमता विकास पर जोर देती है, शिक्षकों को उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण देने के लिए आवश्यक उपकरण और विशेषज्ञता से सशक्त बनाती है। यह समग्र दृष्टिकोण नवाचार को बढ़ावा देने, छात्रों को उद्योग-प्रासंगिक कौशल से लैस करने और लगातार विकसित हो रहे ऑटोमोटिव उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए तैयार अत्यधिक कुशल कार्यबल का पोषण करने के लिए टीकेएम की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और स्किल (संरचना और कौशल) कार्यक्रमों के विकास में टोयोटा के सहयोग पर टिप्पणी करते हुए, कर्नाटक सरकार के माननीय उद्योग मंत्री डॉ. एमबी पाटिल ने कहा , “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और बीएलडी ईए के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. पीजी हलकट्टी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बीच अत्याधुनिक उत्कृष्ट केंद्र स्थापित करने के लिए इस सहयोग को देखना वास्तव में गर्व के क्षण हैं। यह पहल कौशल विकास को बढ़ावा देने और कर्नाटक के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए टोयोटा की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। जमीनी स्तर की प्रतिभाओं को पोषित करके, इस तरह की पहल न केवल व्यक्तिगत समुदायों का उत्थान करती है बल्कि एक स्थायी और आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण में भी योगदान देती है। मैं सीखने और उत्कृष्टता का एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए उनके दृष्टिकोण और समर्पण के लिए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की सराहना करता हूं और इस उत्कृष्टता केंद्र का छात्रों और उद्योग दोनों पर होने वाले परिवर्तनकारी प्रभाव को देखने के लिए उत्सुक हूं।”
इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के मुख्य संचार अधिकारी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और राज्य मामलों के प्रमुख श्री सुदीप दलवी ने कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में, हमारा मुख्य विश्वास यह है कि एक मजबूत और निरंतर जारी रहने वाले ऑटोमोटिव पारिस्थितिकी तंत्र की नींव कुशल प्रतिभा के विकास में निहित है। उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए बीएलडी इंजीनियरिंग कॉलेज के साथ यह साझेदारी देश के ‘स्किल इंडिया मिशन’ (कौशल भारत मिशन) के अनुरूप जमीनी स्तर के कौशल विकास को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता में एक और कदम है। यह पहल तकनीकी शिक्षा से परे है – यह गुणवत्ता, नवाचार और उत्कृष्टता के लिए एक मानसिकता को पोषित करने के बारे में है जो टोयोटा के वैश्विक दर्शन के साथ संरेखित है। विशेषज्ञ प्रशिक्षकों, अत्याधुनिक सुविधाओं और एक अच्छी तरह से संरचित पाठ्यक्रम के साथ सीखने का एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर, हम तेजी से विकसित हो रहे उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए अगली पीढ़ी को प्रेरित और सशक्त बनाने की उम्मीद करते हैं। ऐसे प्रयासों के माध्यम से, हम भारत के आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण में योगदान देने के लिए अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं, साथ ही युवाओं को ऑटोमोटिव उद्योग में आने वाले रोमांचक अवसरों के लिए तैयार करते हैं।”
भारत में 25 साल से ज्यादा की अपनी यात्रा के दौरान टीकेएम ने लगातार कौशल विकास की पहल ता प्रचार-प्रसार किया है। इस तरह यह सुनिश्चित किया गया है कि तेजी से बढ़ता निर्माण क्षेत्र प्रशिक्षित कार्यबल से युक्त है। बीएलडी ईए के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. पीजी हलकट्टी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विजयपुरा में सीओई की स्थापना कौशल की कमी को पाटने और भारत के ऑटोमोटिव उद्योग के लिए एक स्थायी भविष्य के निर्माण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। भविष्य को देखते हुए, टीकेएम कर्नाटक भर में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में सीओई की स्थापना के माध्यम से इंजीनियरों की अगली पीढ़ी को बढ़ावा देने की कल्पना करता है । ऐसी पहलों के माध्यम से, टीकेएम का लक्ष्य नवाचार, गुणवत्ता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की अपनी विरासत को बनाए रखना है, भारत के युवाओं को तेजी से विकसित हो रहे औद्योगिक परिदृश्य में कामयाब होने के लिए आवश्यक कौशल के साथ सशक्त बनाना है।