बैंगलोर, 13 जनवरी 2025 : टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने कौशल विकास और सामुदायिक सशक्तिकरण के प्रति अपने समर्पण को मजबूत करते हुए, कर्नाटक के सरकारी टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्र (गवरन्मेंट टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर – जीटीटीसी) के साथ समझौता किया है। जनवरी 2025 से प्रभावी यह समझौता जीटीटीसी केंद्रों और मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर्स (एमएसडीसी) यानी बहु-कौशल विकास केंद्रों में प्रशिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ाने में टीकेएम की भूमिका को रेखांकित करता है। इसके तहत उन्नत उद्योग संस्कृति, संकाय विकास कार्यक्रम शुरू किये गये हैं और आधुनिक प्रशिक्षण सामग्री की पेशकश की गई है। शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने वाली यह पहल प्रशिक्षुओं के सशक्तिकरण के प्रति टीकेएम की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इससे प्रशिक्षुओं को आज के प्रतिस्पर्धी औद्योगिक परिदृश्य में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल हासिल होंगे।
16 जीटीटीसी केंद्रों को विकसित करने की सफलता के आधार पर, टीकेएम अब 16 अतिरिक्त जीटीटीसी को टोयोटा की विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए एक परिवर्तनकारी यात्रा पर निकल रहा है, जो पूरे कर्नाटक में तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए इसकी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाएगा। आने वाले सभी जीटीटीसी को मगदी परिसर के अनुरूप बनाया जाएगा। इसे एक “रोल मॉडल” संस्थान के रूप में देखा गया है और यह औद्योगिक संस्कृति तथा प्रशिक्षण उत्कृष्टता में नए मानक स्थापित करेगा। इस करार से मैसूर के मल्टी-स्किल डेवलपमेंट सेंटर (एमएसडीसी) का भी महत्वपूर्ण उन्नयन होगा, इससे उन्नत प्रशिक्षण पहल का समर्थन करने की इसकी क्षमता बढ़ेगी।
समझौते की मुख्य विशेषताएं:
• संकाय विकास और प्रशिक्षण: जीटीटीसी के संकाय सदस्यों को बिदादी में टीकेएम की अपने किस्म के अनूठे केंद्र में व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा, जिसमें टोयोटा उत्पादन प्रणाली और टोयोटा वे (तरीके) की जानकारी भी शामिल होगी।
• “रोल मॉडल” संस्थान का विकास: जीटीटीसी मगाडी को एक प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जो औद्योगिक प्रशिक्षण और संस्कृति में उत्कृष्टता के लिए एक मानक के रूप में काम करेगा।
• एमएसडीसी मैसूर का उन्नयन: मैसूर स्थित मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर (एमएसडीसी) यानी बहु-कौशल विकास केंद्र में उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप उन्नत तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को समर्थन देने के लिए महत्वपूर्ण सुधार किए जाएंगे।
• औद्योगिक संस्कृति विकास: टीकेएम, जीटीटीसी केंद्रों और एमएसडीसी में औद्योगिक संस्कृति की स्थापना को प्रशिक्षण सामग्री और ऑन-साइट सहयोग के माध्यम से समर्थन देगा।
• निरंतरता पहल: जीटीटीसी संकाय को वनरोपण की डॉ. मियावाकी पद्धति पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त हरित प्रथाओं को बढ़ावा मिलेगा।
• उन्नत प्रशिक्षण सहायता: टीकेएम विनिर्माण क्षेत्र के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल और सामग्री प्रदान करेगा।
यह समझौता 24 महीने की अवधि के लिए प्रभावी रहेगा। इसमें इसके उद्देश्यों के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर समीक्षा के प्रावधान हैं। यह कर्नाटक में तकनीकी शिक्षा और रोजगार सृजन के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए टीकेएम और जीटीटीसी के बीच एक साझा दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है।
डॉ. दिनेश कुमार वाईके (आईएफएस), प्रबंध निदेशक जीटीटीसी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के साथ यह सहयोग कर्नाटक में तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को आगे बढ़ाने की हमारी साझा प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण कदम है। जीटीटीसी में, हमारा मिशन हमेशा छात्रों, नौकरी चाहने वालों और शिक्षकों को लगातार विकसित हो रहे औद्योगिक परिदृश्य में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से युक्त करना रहा है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर जैसे उद्योग के अग्रणी के साथ साझेदारी करके, हमारा लक्ष्य अपने केंद्रों में वैश्विक स्तर की सर्वोत्तम प्रथाओं, उन्नत प्रशिक्षण पद्धतियों और औद्योगिक संस्कृति को लाना है। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य उद्योग-अकादमिक सहयोग के लिए एक नया मानदंड स्थापित करना है, जिससे कौशल विकास और रोजगार सृजन के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण हो सके।”
समझौते पर दस्तखत के मौके पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के मुख्य संचार अधिकारी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और राज्य मामलों के प्रमुख श्री सुदीप एस. दलवी ने कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में, हम प्रभावशाली शिक्षा और कौशल विकास पहल के माध्यम से उत्कृष्टता, सुरक्षा और स्थिरता की संस्कृति को पोषित करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ हैं। सरकारी टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्रों के साथ हमारा सहयोग अकादमिक उत्कृष्टता के साथ उद्योग विशेषज्ञता को जोड़ने की परिवर्तनकारी क्षमता को दर्शाता है। जीटीटीसी मगदी परिसर एक “रोल मॉडल” संस्थान के रूप में कार्य कर रहा है, सभी आगामी केंद्रों को औद्योगिक प्रशिक्षण और नवाचार में नए मानक स्थापित करने के लिए इसी तर्ज पर विकसित किया जाएगा। पूरे कर्नाटक में 16 केंद्रों की स्थापना की सफलता पर आगे बढ़ते हुए, 16 अतिरिक्त केंद्र विकसित करने के लिए यह नवीनीकृत साझेदारी राज्य के युवाओं को सशक्त बनाने और महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने की हमारी अटूट प्रतिबद्धता को मजबूत करती है। ”
यह समझौता सार्थक सहयोग और प्रभावशाली पहल के माध्यम से सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उद्योग-अकादमिक साझेदारी को बढ़ावा देकर, टीकेएम का लक्ष्य भविष्य के लिए कार्यबल तैयार करना है जो उन्नत कौशल और स्थिरता में एक मजबूत आधार से युक्त और भविष्य के लिए तैयार हो। जीटीटीसी के साथ मिलकर, यह पहल कर्नाटक के औद्योगिक और शैक्षिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है, जो समुदायों को सशक्त बनाने और एक आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण के साझा नजरिये को मजबूत करती है।