लेह, सितंबर 2024 : टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने आज हिमटेक 2024 संगोष्ठी में विशेष उपयोग वाली हिलक्स का प्रदर्शन किया। यह एक अधिकृत बाहरी विक्रेता के सहयोग से संशोधित मॉडल है। हिमटेक 2024 का आयोजन भारतीय सेना ने फिक्की (फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) के साथ मिलकर किया है। “रक्षा आत्मनिर्भरता” के राष्ट्रीय लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए और रक्षा बलों को उपलब्ध सर्वोत्तम उपकरणों और समाधानों तक पहुँच प्रदान करने के लिए इन दोनों संगठनों (भारतीय सेना और फिक्की) ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों (एचएए) के लिए सैन्य प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर देते हुए “हिमटेक 2024” के लिए सहयोग किया है। 20 और 21 सितंबर 2024 को लेह, लद्दाख के रिनचेन ऑडिटोरियम ग्राउंड में आयोजित इस कार्यक्रम में सेना कमान, वायु सेना, आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के वरिष्ठ अधिकारी, रक्षा उपयोगकर्ता और टीकेएम के प्रतिनिधियों के साथ अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
टोयोटा के मशहूर क्यूडीआर (गुणवत्ता, स्थायित्व और विश्वसनीयता) द्वारा संचालित, यह 4×4 ऑल-टेरेन, ऑफ-रोड वाहन सबसे अधिक मांग वाले माहौल में काम करने के लिए खासतौर से इंजीनियर किया गया है। यह इसे विशिष्ट आवश्यकताओं वाले विविध ग्राहकों के लिए एकदम सही विकल्प बनाता है, जिसमें भारतीय सेना के विशिष्ट उद्देश्य शामिल हैं जिन्हें अधिकृत बाहरी विक्रेता के समर्थन से संशोधित किया गया है। क्यूरेट किये गये ये वाहन बाजारों और वर्टिकल में विविध उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए अद्वितीय समाधानों की पहचान करने की टीकेएम की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। इससे ‘सभी के लिए गतिशीलता’ संभव हो पाती है। कार्यक्रम के दौरान, टीकेएम ने रक्षा और वाणिज्यिक अनुप्रयोगों के लिए अपनी बहुमुखी प्रतिभा और मजबूत क्षमताओं पर जोर देते हुए अनुकूलित हिलक्स का प्रदर्शन किया:
• हिलक्स एफडीवी (फील्ड डिप्लॉयमेंट व्हीकल): इस मॉडल ने भारी-भरकम अनुप्रयोगों पर ध्यान रखते हुए अपनी व्यावसायिक व्यवहार्यता का प्रदर्शन किया। इससे पहले उत्तरी भारतीय सेना कमान के साथ इसका सफल परीक्षण किया गया था, जिससे सैन्य अभियानों की मांग के लिए इसकी अनुकूलता साबित हुई। इसे विशेष रूप से दूरस्थ स्थान निदान और मरम्मत, साथ ही आपूर्ति और स्पेयर पार्ट्स की आवाजाही जैसे कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो इसे प्रेरक वातावरण के लिए आदर्श बनाता है।
• संशोधित हिलक्स: असाधारण ऑफ-रोड प्रदर्शन के लिए डिज़ाइन किया गया, उन्नत सस्पेंशन, विशेष टायर और ऊबड़-खाबड़ व कठिन इलाकों के लिए स्नोर्कल से सुसज्जित। इसके संशोधनों ने उबड़-खाबड़ इलाकों के लिए बढ़ी हुई क्षमताओं को उजागर किया है, जो चरम स्थितियों में भी विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है।
टीकेएम ने पिछले साल भारतीय सेना की उत्तरी कमान द्वारा आयोजित नॉर्थ टेक सिम्पोजियम में दो हाइलक्स – फील्ड डायग्नोसिस व्हीकल (एफडीवी) और रैपिड इंटरवेंशन व्हीकल (आरआईवी) प्रदर्शित किए थे। टीकेएम ने हाइलक्स का एक बड़ा बेड़ा सौंप दिया, जो कंपनी द्वारा भारतीय सेना को अपनी हाइलक्स की पहली डिलीवरी को चिह्नित करता है। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने भारतीय सेना की उत्तरी कमान में वाहन चालकों और सेवा तकनीशियनों के लिए क्रमशः आवश्यक ऑफ-रोड ड्राइविंग के साथ-साथ वाहन रख-रखाव प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की है। कहने की जरूरत नहीं है कि हाई-प्रोफाइल फ़ोरम में टोयोटा की भागीदारी मोबिलिटी स्पेस में अपनी तकनीकी विशेषज्ञता का लाभ उठाकर रक्षा क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता की खोज के प्रति इसके मजबूत समर्थन को दर्शाती है।
अपने विचार साझा करते हुए, श्री वी. वाइज़लाइन सिगामणि, वाइस प्रेसिडेंट – स्ट्रैटेजिक बिजनेस यूनिट (नॉर्थ) टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कहा, “हम हिमटेक 2024 में भाग लेने और विशेष रूप से प्रयोजनों के लिए तैयार हिलक्स (एक अधिकृत बाहरी विक्रेता के समर्थन से संशोधित) की विशिष्ट विशेषताओं को प्रदर्शित करने के लिए सम्मानित किये गये हैं। शक्तिशाली प्रदर्शन करने वाले हिलक्स की वैश्विक प्रतिष्ठा इसके कठोर इनोवेटिव मल्टी-पर्पज व्हीकल (आईएमवी) प्लेटफॉर्म और एक मजबूत पावरट्रेन सिस्टम के सौजन्य से है। ये संशोधित वाहन अद्वितीय ग्राहक आवश्यकताओं (जैसे सेना के उद्देश्य) को पूरा करने के लिए अनुकूलित समाधान विकसित करने और विभिन्न वाणिज्यिक उपयोगों के लिए महान व्यावहारिकता में टोयोटा की तकनीकी क्षमताओं को दर्शाते हैं। इसके अलावा, इन वाहनों को सेना के जवानों की परिचालन चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इंजीनियर किया गया है। इनमें मुश्किल क्षेत्र में चलाने की योग्यता, पैट्रोलिंग के लिए आना-जाना, रात में देखने की सुविधा के साथ निगरानी, रिकॉर्डिंग के लिए डिजिटल वीडियो और आपात स्थिति में बचाव अभियान के लिए घिरनी शामिल है।