मुंबई, २३ जनवरी २०२५ : टाटा टेक्नोलॉजीज, एक वैश्विक उत्पाद इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवाओं की कंपनी, ने टाटा टेक्नोलॉजीज इनोवेंट हैकाथॉन के दूसरे संस्करण के सफल समापन की घोषणा की। जेनरेटिव एआई पर केंद्रित इस हैकाथॉन का आयोजन माइक्रोसॉफ्ट और टाटा मोटर्स के सहयोग से किया गया। इसका उद्देश्य भारत भर के युवा इंजीनियरिंग छात्रों को एक ऐसा मंच प्रदान करना था, जहां वे विनिर्माण क्षेत्र की वास्तविक चुनौतियों का समाधान पेश कर सकें। यह पहल, शैक्षणिक समुदाय के साथ कंपनी की भागीदारी में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पूरे भारत में युवा इंजीनियरिंग प्रतिभाओं के बीच इनोवेशन और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करती है और युवाओं को बेहतर करियर बनाने में मदद करती है। शीर्ष दस टीमों ने पुणे के हिंजवडी में टाटा टेक्नोलॉजीज के मुख्यालय में डेमो डे में भाग लिया, जहाँ उन्होंने अपने अभिनव प्रोटोटाइप प्रस्तुत किए और दर्शकों को प्रभावित किया। अंतिम मूल्यांकन एक प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल द्वारा किया गया जिसमें टाटा टेक्नोलॉजीज के सीईओ और एमडी श्री वारेन हैरिस, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी श्री स्वेन पटुश्का, माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी निदेशक – विनिर्माण और समूह श्री प्रवीण पंचाग्नुला और सीओईपी टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, पुणे के कुलपति प्रोफेसर सुनील भिरुद शामिल थे। जूरी का मार्गदर्शन टाटा संस के ग्रुप इनोवेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री रवि अरोड़ा ने किया।
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, मोहाली की विजेता टीम, कोडज़ेफायर को इंजीनियरिंग उत्कृष्टता के लिए उनके सतत सामग्री एकीकरण के लिए 300,000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पटियाला के थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के स्पेनगिट कोडर को कार में सुरक्षित अनुभव के लिए उनके एआई-संचालित शोर रद्दीकरण के लिए 100,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिला और उन्होंने दूसरा पुरस्कार प्राप्त किया। श्री कृष्णा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर के प्लूटो को अगली पीढ़ी के जनरेटिव एआई द्वारा इंटरैक्टिव ग्राहक सहायता के लिए 50,000 रुपये का तीसरा पुरस्कार दिया गया। ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग के लिए एआई-संचालित दोष विश्लेषण के लिए मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर के हैक्सएस को एक विशेष जूरी मान्यता प्रदान की गई। उनकी प्रतिभा और नवाचार को मान्यता देते हुए, टाटा टेक्नोलॉजीज ने शीर्ष 10 टीमों में से 39 सदस्यों को इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद कंपनी के साथ अपना कैरियर शुरू करने का अवसर प्रदान किया, साथ ही उन्हें अपनी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए सशुल्क इंटर्नशिप का अवसर भी दिया।
श्री वॉरेन हैरिस, सीईओ-एमडी, टाटा टेक्नोलॉजीज ने कहा,”टाटा टेक्नोलॉजीज का ’इंजीनियरिंगएबेटरवर्ल्ड’ विज़न हमारे पूरे इकोसिस्टम, जिसमें शैक्षणिक समुदाय भी शामिल है, के साथ सहयोग करते हुए स्मार्ट और स्थायी ई-मोबिलिटी समाधान विकसित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। माइक्रोसॉफ्ट और टाटा मोटर्स के साथ सहयोग के माध्यम से, हमने छात्रों के लिए वास्तविक दुनिया की चुनौतियों की पहचान की, जिन्हें जेनरेटिव एआई का उपयोग करके नए समाधान विकसित करके हल किया जा सकता है। मैं इनोवेटर्स द्वारा इन मुद्दों के लिए सरल, किफायती समाधानों को लागू करने के तरीके से प्रेरित हूं, जिसमें अगली पीढ़ी की तकनीक के साथ बेहतरीन मानवीय रचनात्मकता को मिलाया गया है। हम शीर्ष टीमों को उनकी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में सहायता करेंगे।“
श्री प्रवीण पंचाग्नुला, माइक्रोसॉफ्ट,कार्यकारी निदेशक-विनिर्माण और समूह ने कहा,”टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ मिलकर, हम उद्योग में एआई- संचालित परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए अपने इंजीनियरिंग टैलेंट को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। माइक्रोसॉफ्ट में, हम रचनात्मकता, सहयोग और निरंतर सीखने को महत्व देते हैं। इनोवेंट हैकाथॉन में युवा इनोवेटर्स को जेनरेटिव एआई और माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर के सहायक इकोसिस्टम का उपयोग करके मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए प्रभावशाली समाधान विकसित करते हुए देखना वाकई प्रेरणादायक है।”